आज की भागदौड़ भरी जिंदगी और बदलती जीवनशैली के चलते किडनी स्टोन (गुर्दे की पथरी) एक आम स्वास्थ्य समस्या बन चुकी है। भारत में हर साल लाखों लोग इससे प्रभावित होते हैं। यह समस्या तब होती है जब हमारी किडनी में मिनरल्स और साल्ट्स जमा होकर छोटे-छोटे कणों का रूप ले लेते हैं, जो समय के साथ पत्थर (स्टोन) में बदल जाते हैं। अगर समय रहते इसका इलाज न हो, तो यह गंभीर दर्द और किडनी डैमेज का कारण बन सकता है।
किडनी स्टोन क्या है?
किडनी स्टोन, जिसे हिंदी में गुर्दे की पथरी कहा जाता है, ठोस क्रिस्टल्स होते हैं जो पेशाब में पाए जाने वाले मिनरल्स और एसिड के कारण बनते हैं। यह पथरियां एक साइज में नहीं होतीं – कुछ छोटे दानों जैसी होती हैं, जबकि कुछ मटर या उससे भी बड़ी हो सकती हैं।
किडनी स्टोन बनने के प्रमुख कारण
- पानी की कमी: पर्याप्त मात्रा में पानी न पीने से पेशाब में मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे स्टोन बनने का खतरा होता है।
अस्वस्थ खानपान: अधिक नमक, ऑक्सलेट और प्रोटीन से भरपूर भोजन जैसे पालक, टमाटर, चाय, कॉफी आदि का अत्यधिक सेवन।
परिवार में इतिहास: अगर आपके परिवार में किसी को पथरी रही है, तो आपके लिए भी इसका खतरा बढ़ जाता है।
कुछ मेडिकल कंडीशन्स: जैसे हाई यूरिक एसिड, हाइपरपैराथायरॉइडिज्म, मोटापा, डायबिटीज आदि।
दवाओं का साइड इफेक्ट: कुछ दवाएं, खासकर कैल्शियम सप्लिमेंट्स या मूत्रवर्धक गोलियां।
- पीठ या पेट दर्द
पेशाब करते समय जलन या दर्द
पेशाब में खून आना
बार-बार पेशाब आना या पेशाब रुक-रुक कर आना
जी मिचलाना या उल्टी
बुखार और ठंड लगना (यदि संक्रमण हो)
कभी-कभी छोटे स्टोन बिना लक्षण के ही बाहर निकल जाते हैं, लेकिन बड़े स्टोन बहुत दर्दनाक हो सकते हैं।
किडनी स्टोन के प्रकार
कैल्शियम स्टोन: सबसे आम प्रकार। ये कैल्शियम ऑक्सलेट से बनते हैं।
स्ट्रुवाइट स्टोन: पेशाब में संक्रमण के कारण बनते हैं।
यूरिक एसिड स्टोन: अधिक प्रोटीन युक्त आहार लेने वाले लोगों में पाए जाते हैं।
सिस्टीन स्टोन: दुर्लभ और जेनेटिक कारणों से होते हैं।
किडनी स्टोन का इलाज
इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि स्टोन कितना बड़ा है और उसकी लोकेशन क्या है।
1. घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव
नींबू पानी और नारियल पानी पथरी निकालने में सहायक हो सकते हैं
अजवाइन का पानी और तुलसी के पत्ते भी लाभकारी माने जाते हैं
2. दवाइयों से उपचार
डॉक्टर द्वारा दी जाने वाली कुछ दवाएं जैसे अल्फा-ब्लॉकर्स, स्टोन को बाहर निकालने में मदद करती हैं।
3. सर्जरी या मेडिकल प्रक्रिया
PCNL (Percutaneous Nephrolithotomy): बड़े स्टोन के लिए सर्जरी
ओपन सर्जरी: बहुत बड़े और जटिल मामलों में
किडनी स्टोन से बचाव के उपाय
ज्यादा से ज्यादा पानी पीना
संतुलित और लो-सोडियम डाइट लेना
ऑक्सलेट युक्त चीजों का सेवन सीमित करना (जैसे पालक, चॉकलेट, बीन्स)
नमक और शक्कर का सेवन कम करना
वजन नियंत्रित रखना और नियमित व्यायाम करना
कब डॉक्टर से मिलें?
दर्द लगातार बना रहे
बुखार या ठंड लगे
पेशाब में खून आए
कुछ भी खाने-पीने में मन न लगे
इन लक्षणों के दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है।
निष्कर्ष
किडनी स्टोन एक आम लेकिन गंभीर समस्या है, जिसे समय रहते पहचाना और सही उपचार किया जाए तो आसानी से ठीक हो सकता है। संतुलित आहार, पर्याप्त पानी पीना, और नियमित स्वास्थ्य जांच इस समस्या से बचने के सबसे अच्छे उपाय हैं। अगर आपको किडनी स्टोन के लक्षण महसूस हों, तो देर न करें और विशेषज्ञ से सलाह लें।

